basic of share market
अगर मैं कंपनी में पैसे लगाउ तो कंपनी हमें किस तरह लाभ देगी ?
- शेयर मार्किट किस तरह काम करता है ?
- कंपनी हमारे पैसों से क्या करती है ?
- कंपनी कैसे अपने शेयरहोल्डर को लाभ पहुँचाती है ?
- शेयरहोल्डर को कंपनी से क्या प्राप्त होता है ?
- आइये दोस्तों हम लोग उपरोक्त सभी सवालों का जवाब जानने की कोशिश करते हैं :-
- Increase in Earning Per Share(EPS) :-
प्रति शेयर कमाई में वृद्धि:-
- बाजार मूल्य में वृद्धि के लिए प्रति शेयर आय में वृद्धि
- Market Price = EPS * P/E Ratio
- EPS = Total Profit / No. of Shares
Example :-
Market Price / Buying Price = 100/share
(EPS = 5 और P/E ratio = 20)
जब कंपनी Sales बढ़ाएगी और खर्चे कम करेगी |
(EPS = 6 और P/E ratio = 20)
Market Price / Selling Price = 120/share
% लाभ = (120-100)*100 = 20% लाभ
100
- Dividend :-
( लाभांश )
- कंपनी अपने लाभ का हिस्सा अपने इन्वेस्टर्स को देती है।
- फेस वैल्यू या फिर पेडवैल्यू के प्रतिशत या प्रति शेयर के हिसाब से।
- जोकि आपके बैंक खाते में कंपनी सीधा ट्रांसफर करती है।
- Buy Back :-
- जब कंपनी को लगता है की हमारा शेयर का भाव काफी कम पर ट्रेड कर रहा है, जबकि कंपनी अच्छी काम कर रही है तो वह अपने इन्वेस्टर्स को ऑफर देती है की हम आपकी अपने शेयर की होल्डिंग महंगे रेट पर खरीदेंगे।
- तो कंपनी Buy Back ऑफर करती है।
- Rights Issue :-
- जब कंपनी को पैसों की जरूरत होती है तो कंपनी इन्वेस्टर्स को राइट्स देती है की आप हमारी कंपनी के शेयर काम रेट पर खरीद सकते हैं जबकि मार्किट रेट ज्यादा होता है।
- तो कंपनी Rights Issue निकालती है, और अपने इन्वेस्टर्स को लिमिटेड मात्रा में शेयर्स आवंटित करती है।
- Bonus :-
- कंपनी कुछ समय बाद अपने इन्वेस्टर्स को बोनस देती है, जैसेकि 1:1 या 1:2 आदि|
- अमूनन शेयर का रेट भी उसी अनुपात में आ जाता है।
- कुछ समय बाद डिमांड बढ़ने पर शेयर का भाव बढ़ जाता है।
- Split Off :-
- कंपनी का भाव दो टुकड़ों में टूटता है।
- फेस वैल्यू = 2 मार्किट भाव = 100
- टूटने के बाद फेस वैल्यू = 1 मार्किट भाव = 50
- Law of Attraction से शेयर का भाव बाद जाता है।
- Preferetial Allotment in subsidiary Company’s IPO :-
- HDFC Ltd. IPO आया था|
- Hdfc life और hdfc amc के नाम से|
- अगर हम पहले से HDFC Ltd. के इन्वेस्टर्स हैं या फिर HDFC Ltd. के शेयर हमारे पास हैं तो कंपनी हमे ऑफर करती है।
कंपनी कैसी है,यह निर्भर करता है उसके पैरेंट कंपनी पर|